Wheat Price: देशभर में गेहूं की नई फसल की आवक शुरू हो चुकी है, और इस अवसर पर सरकार ने किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण सूचना साझा की है। भारतीय खाद्य निगम (FCI) के मंडल प्रबंधक रविंद्र जाधव ने बताया कि रबी विपणन वर्ष 2025-26 के लिए गेहूं की खरीद प्रक्रिया 10 मार्च से शुरू होगी। किसानों को इस बार साफ और गुणवत्तापूर्ण गेहूं बेचने के लिए प्रोत्साहित किया गया है। आइए जानते हैं इस बार के गेहूं MSP रेट और खरीद प्रक्रिया के बारे में पूरी जानकारी।
न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) और बोनस
केंद्र सरकार ने गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 2425 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है। इस बार किसानों को और अधिक लाभ मिलेगा, क्योंकि राजस्थान सरकार ने 150 रुपये प्रति क्विंटल का अतिरिक्त बोनस देने का निर्णय लिया है। इसका मतलब है कि किसानों को अब कुल मिलाकर 2575 रुपये प्रति क्विंटल की दर से गेहूं बेचने का अवसर मिलेगा। इस MSP रेट का फायदा किसानों को उनके मेहनत का सही मूल्य दिलाने में होगा।
राजस्थान में 60,000 मीट्रिक टन गेहूं खरीदी जाएगी
राजस्थान में गेहूं की खरीद के लिए सरकार ने 33 खरीद केंद्र खोलने का निर्णय लिया है। इस राज्य में 60,000 मीट्रिक टन गेहूं खरीदने का लक्ष्य रखा गया है। खासकर अलवर, भरतपुर, डीग, धौलपुर, खैरथल, तिजारा और करौली जिलों में गेहूं की खरीद की जाएगी। इस योजना से किसानों को अपनी फसल बेचने में सहूलियत होगी।
इन जिलों में खुलेगा खरीद केंद्र
राज्य सरकार ने किसानों के लिए विभिन्न जिलों में खरीद केंद्र खोलने का फैसला किया है ताकि किसानों को किसी भी तरह की कठिनाई न हो। यहां वे आसानी से अपनी फसल बेच सकते हैं। कुछ प्रमुख जिलों और उनके खरीद केंद्र इस प्रकार हैं:
- अलवर जिले में 10 खरीद केंद्र: अलवर, मालाखेड़ा, राजगढ़, लक्ष्मणगढ़, रामगढ़, रेनी, गोविंदगढ़, खेरली, बानसूर, खैरथल तिजारा।
- भरतपुर जिले में 6 खरीद केंद्र: भरतपुर, भुसावर, बयाना, वैर, रूपवास, नदबई।
- डीग जिले में 7 खरीद केंद्र: पहाड़ी, डीग, कामां, सीकरी, जुड़हेड़ा, गोपालगंज, कुम्हेर।
- धौलपुर जिले में 2 खरीद केंद्र: धौलपुर और राजाखेड़ा।
- करौली जिले में 5 खरीद केंद्र: बलवारपुरा, हिंडौन सिटी, टोडाभीम, करौली, जीरोटा।
भुगतान 48 घंटे के भीतर होगा
सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि किसानों को उनकी गेहूं की बिक्री का भुगतान 48 घंटे के भीतर सीधे उनके बैंक खाते में जमा कर दिया जाएगा। इससे किसानों को तुरंत भुगतान मिलेगा और उनकी वित्तीय स्थिति मजबूत होगी। यह पहल किसानों के लिए काफी लाभकारी साबित होगी, क्योंकि उन्हें अपनी मेहनत का भुगतान जल्दी मिलेगा।
किसानों के लिए पंजीकरण प्रक्रिया
किसान अपनी फसल बेचने के लिए पंजीकरण करवाना आवश्यक होगा। पंजीकरण के लिए राजस्थान सरकार की खाद्य विभाग की वेबसाइट (food.rajasthan.gov.in) पर जाकर या फिर ई-मित्र, अटल सेवा केंद्र के माध्यम से पंजीकरण कर सकते हैं। यह प्रक्रिया 1 जनवरी से शुरू हो चुकी है और 25 जून 2025 तक जारी रहेगी। पंजीकरण के लिए जन आधार कार्ड, गिरदावरी, बैंक खाता विवरण जैसी महत्वपूर्ण जानकारी खरीद केंद्र पर प्रस्तुत करनी होगी।
गेहूं की खरीद 30 जून तक जारी रहेगी
किसान अपनी फसल को न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर बेचने के लिए 10 मार्च से 30 जून 2025 तक सरकारी खरीद केंद्रों पर पहुंच सकते हैं। इस समय में पंजीकृत किसान अपनी फसल को आसानी से बेच सकते हैं और सरकार से अपनी MSP राशि प्राप्त कर सकते हैं।
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