Income Tax Refund: टैक्सपेयर्स के लिए एक बड़ी राहत की खबर है! आयकर विभाग ने इनकम टैक्स रिफंड प्रक्रिया को और भी सरल और तेज़ बना दिया है, जिससे अब रिफंड मिलने में होने वाली समस्याएं समाप्त हो जाएंगी। आइए, जानते हैं इस नई पहल के बारे में विस्तार से।
रिफंड प्रक्रिया में सुधार
आयकर विभाग ने आईटीआर प्रोसेसिंग और रिफंड जारी करने की प्रक्रिया में महत्वपूर्ण सुधार किए हैं। अब, आईटीआर फाइल करने के बाद 24 घंटे के भीतर भी रिफंड प्राप्त होना संभव है। यह बदलाव आईटी सिस्टम के उन्नयन और प्रोसेसिंग में तेजी के कारण संभव हुआ है।
रिफंड में देरी के संभावित कारण
हालांकि प्रक्रिया में सुधार हुआ है, लेकिन कुछ मामलों में रिफंड में देरी हो सकती है। इसके प्रमुख कारण हैं:
- बैंक खाते की जानकारी में त्रुटि: यदि आपके बैंक अकाउंट नंबर या आईएफएससी कोड में गलती है, तो रिफंड में देरी हो सकती है।
- आईटीआर वेरिफिकेशन न होना: आईटीआर फाइल करने के बाद उसका वेरिफिकेशन करना आवश्यक है। बिना वेरिफिकेशन के रिटर्न प्रोसेस नहीं होता, जिससे रिफंड अटक सकता है।
- फॉर्म 26AS और आईटीआर में मिसमैच: यदि आपके फॉर्म 26AS और फाइल किए गए रिटर्न में अंतर है, तो रिफंड में देरी संभव है।
रिफंड की स्थिति कैसे जांचें
यदि आपको रिफंड में देरी हो रही है, तो आप निम्नलिखित तरीकों से अपनी रिफंड स्थिति जांच सकते हैं:
- आयकर ई-फाइलिंग पोर्टल पर लॉगिन करें: अपने खाते में लॉगिन करके ‘रिटर्न/फॉर्म की स्थिति’ सेक्शन में जाएं और वहां से अपनी रिफंड स्थिति देखें।
- टोल-फ्री नंबर पर संपर्क करें: आप 1800-103-4455 पर कॉल करके अपनी रिफंड स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
- ईमेल के माध्यम से संपर्क करें: आप ask@incometax.gov.in पर ईमेल भेजकर भी अपनी समस्या का समाधान पा सकते हैं।
रिफंड में देरी से बचने के उपाय
रिफंड में देरी से बचने के लिए निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें:
- सही जानकारी प्रदान करें: आईटीआर फाइल करते समय अपने बैंक खाते और व्यक्तिगत जानकारी सही-सही भरें।
- समय पर वेरिफिकेशन करें: आईटीआर फाइल करने के तुरंत बाद उसका ई-वेरिफिकेशन करें, ताकि प्रोसेसिंग में देरी न हो।
- फॉर्म 26AS से मिलान करें: रिटर्न फाइल करने से पहले अपने फॉर्म 26AS की जानकारी से मिलान करें, ताकि किसी भी प्रकार की विसंगति न हो।
Conclusion- Income Tax Refund
आयकर विभाग की नई पहल से इनकम टैक्स रिफंड प्रक्रिया अब और भी सरल और तेज़ हो गई है। यदि आप उपरोक्त सुझावों का पालन करते हैं, तो रिफंड में देरी की संभावना न के बराबर होगी। समय पर सही जानकारी के साथ आईटीआर फाइल करें और वेरिफिकेशन पूरा करें, ताकि आपका रिफंड बिना किसी समस्या के जल्द से जल्द आपके खाते में पहुंच सके।
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